2 Line Shayari : करीब आने की ख्वाहिशें तो बहुत थी

2 Line Shayari : करीब आने की ख्वाहिशें तो बहुत थी

2 Line Shayari in Hindi
2 Line Shayari in Hindi
करीब आने की ख्वाहिशें तो बहुत थी मगर,
करीब आकर पता चला की मोहब्ब्त फासलों में है।

रोकना मेरी हसरत थी और जाना उसका शौक,
वो शौक पूरा कर गए, मेरी हसरतें तोड़ कर।

फांसला रख के भी क्या हासिल हुआ,
आज भी मैं उसका ही कहलाता हूँ।

सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,
मुझे भी अपनी जिद्द बना लो।

तुझे बर्बाद कर दूंगी, अभी भी लौट जा वापिस,
मोहब्बत नाम है मेरा, मुझे कातिल भी कहते हैं।

नफ़रत करते तो.. अहमियत बढ़ जाती उनकी,
मैंने.. माफ़ कर के उनको शर्मिंदा कर दिया।

इश्क़ का बीमार तो बड़ा खुशनसीब है,
यारो, की आशिक़ तो ये लाइलाज हे अच्छा है।

गुलों को मिल गई रंगत तुम्हारे सुर्ख गालों से,
सितारों ने चमक पाई तबस्सुम के उजालों से।

वो जिन्हें हमने सोंपी है दिल की सभी धडकनें,
वो अपना एक पल देने को हजार बार सोचते है।

आखिर किस कदर खत्म कर सकते है उनसे रिश्ता,
जिनको सिर्फ महसूस करने से हम दुनिया भूल जाते है।

No comments

Theme images by merrymoonmary. Powered by Blogger.